ॐ नमस्ते,
अद्य अक्षय तृतीया | वैशाख शुद्ध तृतीया 'अक्षय तृतीया' इति उच्यते।
भारते एतत शुभ दिनं इति आचरिश्यते | यत किमपि शुभ कार्यं अद्य करणीयं इति विश्वास: अस्ति |
यत अद्य क्रियते, तत अक्षयं भवति इति विश्वास: |
अधिकांश जना: अद्य सुवर्णं क्रीनन्ति | अत: अद्य सुवर्ण आपनेशु बहु जन-सांद्रता भवति |
सुवर्णस्य मूल्यम अपि अद्य किंचित अधिक: एव भवति |
वदतु संस्कृतं नित्यं,
नरसिंह: |
ओम नमोनमः
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"टेक टब" - ( आओ सीखें ब्लॉग बनाना, सजाना और ब्लॉग से कमाना )
आप हिंदी में लिखते हैं। अच्छा लगता है। मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं|
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